शनि देव के 108 नाम


शनि देव को हिन्दू धर्म में न्याय का देवता माना जाता है। माना जाता है कि इनके प्रकोप से बड़े से बड़ा धनवान भी दरिद्र बन जाता है। शनिवार का दिन शनि देव को समर्पित होता है। इस दिन हनुमान जी को तेल चढ़ाने से शनि के साढ़ेसाती से मुक्ति मिलती है और शनि देव प्रसन्न होते हैं। शनि देव को कई नामों से जाना जाता है आइए जाने शनि देव के विभिन्न नाम :-
शनि देव के 108 नाम (108 Names of lord Shani in Hindi)
शनैश्चर- धीरे- धीरे चलने वालाशान्त- शांत रहने वालासर्वाभीष्टप्रदायिन्- सभी इच्छाओं को पूरा करने वालाशरण्य- रक्षा करने वालावरेण्य- सबसे उत्कृष्टसर्वेश- सारे जगत के देवतासौम्य- नरम स्वभाव वालेसुरवन्द्य- सबसे पूजनीयसुरलोकविहारिण् - सुरह्स की दुनिया में भटकने वालेसुखासनोपविष्ट - घात लगा के बैठने वालेसुन्दर- बहुत ही सुंदरघन – बहुत मजबूतघनरूप - कठोर रूप वालेघनाभरणधारिण् - लोहे के आभूषण पहनने वालेघनसारविलेप - कपूर के साथ अभिषेक करने वालेखद्योत – आकाश की रोशनीमन्द – धीमी गति वालेमन्दचेष्ट – धीरे से घूमने वालेमहनीयगुणात्मन् - शानदार गुणों वालामर्त्यपावनपद – जिनके चरण पूजनीय होमहेश – देवो के देवछायापुत्र – छाया का बेटाशर्व – पीड़ा देना वेलाशततूणीरधारिण् - सौ तीरों को धारण करने वालेचरस्थिरस्वभाव - बराबर या व्यवस्थित रूप से चलने वालेअचञ्चल – कभी ना हिलने वालेनीलवर्ण – नीले रंग वालेनित्य - अनन्त एक काल तक रहने वालेनीलाञ्जननिभ – नीला रोगन में दिखने वालेनीलाम्बरविभूशण – नीले परिधान में सजने वालेनिश्चल – अटल रहने वालेवेद्य – सब कुछ जानने वालेविधिरूप - पवित्र उपदेशों देने वालेविरोधाधारभूमी - जमीन की बाधाओं का समर्थन करने वालाभेदास्पदस्वभाव - प्रकृति का पृथक्करण करने वालावज्रदेह – वज्र के शरीर वालावैराग्यद – वैराग्य के दातावीर – अधिक शक्तिशालीवीतरोगभय – डर और रोगों से मुक्त रहने वालेविपत्परम्परेश - दुर्भाग्य के देवताविश्ववन्द्य – सबके द्वारा पूजे जाने वालेगृध्नवाह – गिद्ध की सवारी करने वालेगूढ – छुपा हुआकूर्माङ्ग – कछुए जैसे शरीर वालेकुरूपिण् - असाधारण रूप वालेकुत्सित - तुच्छ रूप वालेगुणाढ्य – भरपूर गुणों वालागोचर - हर क्षेत्र पर नजर रखने वालेअविद्यामूलनाश – अनदेखा करने वालो का नाश करने वालाविद्याविद्यास्वरूपिण् - ज्ञान करने वाला और अनदेखा करने वालाआयुष्यकारण – लम्बा जीवन देने वालाआपदुद्धर्त्र - दुर्भाग्य को दूर करने वालेविष्णुभक्त – विष्णु के भक्तवशिन् - स्व-नियंत्रित करने वालेविविधागमवेदिन् - कई शास्त्रों का ज्ञान रखने वालेविधिस्तुत्य – पवित्र मन से पूजा जाने वालावन्द्य – पूजनीयविरूपाक्ष – कई नेत्रों वालावरिष्ठ - उत्कृष्टगरिष्ठ - आदरणीय देववज्राङ्कुशधर – वज्र-अंकुश रखने वालेवरदाभयहस्त – भय को दूर भगाने वालेवामन – (बौना ) छोटे कद वालाज्येष्ठापत्नीसमेत - जिसकी पत्नी ज्येष्ठ होश्रेष्ठ – सबसे उच्चमितभाषिण् - कम बोलने वालेकष्टौघनाशकर्त्र – कष्टों को दूर करने वालेपुष्टिद - सौभाग्य के दातास्तुत्य – स्तुति करने योग्यस्तोत्रगम्य - स्तुति के भजन के माध्यम से लाभ देने वालेभक्तिवश्य - भक्ति द्वारा वश में आने वालाभानु - तेजस्वीभानुपुत्र – भानु के पुत्रभव्य – आकर्षकपावन – पवित्रधनुर्मण्डलसंस्था - धनुमंडल में रहने वालेधनदा - धन के दाताधनुष्मत् - विशेष आकार वालेतनुप्रकाशदेह – तन को प्रकाश देने वालेतामस – ताम गुण वालेअशेषजनवन्द्य – सभी सजीव द्वारा पूजनीयविशेषफलदायिन् - विशेष फल देने वालेवशीकृतजनेश – सभी मनुष्यों के देवतापशूनां पति - जानवरों के देवताखेचर – आसमान में घूमने वालेघननीलाम्बर – गाढ़ा नीला वस्त्र पहनने वालेकाठिन्यमानस – निष्ठुर स्वभाव वालेआर्यगणस्तुत्य – आर्य द्वारा पूजे जाने वालेनीलच्छत्र – नीली छतरी वालेनित्य – लगातारनिर्गुण – बिना गुण वालेगुणात्मन् - गुणों से युक्तनिन्द्य – निंदा करने वालेवन्दनीय – वन्दना करने योग्यधीर - दृढ़निश्चयीदिव्यदेह – दिव्य शरीर वालेदीनार्तिहरण – संकट दूर करने वालेदैन्यनाशकराय – दुख का नाश करने वालाआर्यजनगण्य – आर्य के लोगक्रूर – कठोर स्वभाव वालेक्रूरचेष्ट – कठोरता से दंड देने वालेकामक्रोधकर – काम और क्रोध का दाताकलत्रपुत्रशत्रुत्वकारण - पत्नी और बेटे की दुश्मनीपरिपोषितभक्त – भक्तों द्वारा पोषितपरभीतिहर – डर को दूर करने वालेभक्तसंघमनोऽभीष्टफलद – भक्तों के मन की इच्छा पूरी करने वालेनिरामय – रोग से दूर रहने वालाशनि - शांत रहने वाला
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